| 1. | पत्तों पर गोल छिद्र करके नुकसान पहुंचाते हैं।
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| 2. | गोल छिद्र से विवर्तन [संपादित करें]
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| 3. | अहम के 4 गोल छिद्र जब 1 हो जाते हैं ।
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| 4. | तनों में करीब 60 से 70 सेमी गहरे गोल छिद्र बनाती हैं।
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| 5. | पॉड में एक गोल छिद्र, कुछ आधे कटे चने के दाने और सुण्डी की विष्ठा पाई जाती है।
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| 6. | दोनों ध्रुव खंडों में गोल छिद्र बने रहते हैं, जिनसे एक समांतर प्रकाश किरणवलि एक ओर से दूसरी ओर निकलती है।
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| 7. | इसके सबसे गहरे भाग में एक गोल छिद्र (फोरामेन) होता है, जिसमें से होकर द्वितीय कपालीय तन्त्रिका (ऑप्टिक तन्त्रिका) का मार्ग बनता है।
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| 8. | सन् 1802 ई. में वोलास्टन (W. H. Wollaston) ने गोल छिद्र के स्थान पर सँकरी झिरी (Slit) का प्रयोग करके शुद्ध स्पेक्ट्रम प्राप्त किया।
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| 9. | सन् 1802 ई. में वोलास्टन (W. H. Wollaston) ने गोल छिद्र के स्थान पर सँकरी झिरी (Slit) का प्रयोग करके शुद्ध स्पेक्ट्रम प्राप्त किया।
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| 10. | इसके सबसे गहरे भाग में एक गोल छिद्र (फोरामेन) होता है, जिसमें से होकर द्वितीय कपालीय तन्त्रिका (ऑप्टिक तन्त्रिका) का मार्ग बनता है।
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